सफल जीवन के तीन सूत्र
आपको अच्छी अच्छी खबरे मिले अच्छी-अच्छी घटनायें सुनने को मिले तो आपके जीवन
मे खुशियॉ ही खुशियॉ होगी मगर आप चारो और से ऐसे लोगो से घिरे हो जो आपको बुरी खबरे सुनाये, आपको बुरी घटनायें सुनने
को मिलती रहे तो क्या होगा यह सन्सार आपको बुरा लगने लगेगा बुरी घटनाये कही भी हो किसी
के साथ भी हो आप व्यर्थ मे ही चिन्तित और नर्वस हो जाओगे । क्या कभी आपने देखा है
? छोटा बच्चा ये कहता है मुझे ठंड लग रही है या ठंड बहुत है गर्मी बहुत है उसे एहसास ही नही होता जब तक आस-पास के
लोग नकारात्मक विचार नही बताते उसे सर्दी गरमी के नुकसान के बारे मे नही बताते मौसम
के बारे मे भी हमेशा अच्छा बोलिये मौसम के बारे मे भी शिकायत करने से आपका मूड ख्रराब
हो जाता है आप कहे ठंड बहुत है तो आपको ठंड ज्यादा ही लगेगी जितने लोगो से आप कहेगे
आप उनका भी मूड खराब कर देते है । हमेशा अच्छा बोलिये दुसरो को अच्छा सुनाये बुरी बाते
न सुने न सुनाये हमेशा ये कहते रहे मुझे अच्छा
लग रहा है मै बहुत खुश हूँ । मै सबको खुश देखना
चाहता हूँ आप देखेंगे एक दिन आपको अच्छा लगने लगेगा ।
इसिके विपरित आप कहे- यह दुनिया कितनी ख्रराब है
मुझे बहुत दुख है
मै बीमार हुं
आपको सचमुच बुरा लगने लगेगा आप हमेशा दुखी ही रहेंगें
।
यह सब विचारो का खेल है जैसा हम अपने अन्दर विचार
भरते है जैसा सोचते है वैसे ही हम बनते है वैसी ही हमे दुनिया दिखाई देती है इस संसार
मे वही लोग जीते है जो अच्छा सोचते है हमेशा खुश रहते है और दूसरो को खुश रखते है उनमे
उत्साह भरते है कैसी भी परिस्थितियॉ आये कैसा भी समय आये कैसा भी मौसम हो हमेशा खुश
रहते है उत्साहित रहते है जो भी बुरा होता है उन विचारो को दफना देते है केवल जो अच्छा
होता है या दुसरो के लिये अच्छा है उन विचारो को जगह देते है ।
तीन बातो को अपने जीवन
मे साथी बनाये –
मुझमे उत्साह है
आप महत्वपुर्ण है
सेवाभाव
मुझमे उत्साह है-
आप
अपने दिन की शुरुआत जोश के साथ करे आप सुबह उठने के बाद जो भी आप कार्य करते है व्यायाम
करना नहाना नास्ता करना यहा तक की अपने दाँतो मे बुरुश करना भी एक उत्साह के साथ होना चाहिए । आप आफिस जाते
है व्यापार करते है सेल्समैन है आप जो भी है अपने काम को महत्वपूर्ण माने उसको
पूरे जोश के साथ करे, अधिकांश व्यक़्ति अपने काम को अच्छा नही मानते, चाहे वह सेल्समैन
हो व्यापारी हो या कही नौकरी कर रहे हो वह अपने काम से संतुष्ट नही होते उन्हे उसमे
दस कमीया दिखाई देती है अक्सर लोगो से यह कहते हुए सुना है –
इस काम मे मजा नही रहा
इसमे बहुत दिक्कतें है
तनाव ज्यादा है । मेहनत की अपेक्षा आय कम है ।
यह नकारात्मक बाते आपको अपने प्रोफेशन से दूर कर
देती है । आप उसमे अपना 100% नही दे पाते,
इसके विपरित आपका कार्य कैसा भी है आप उत्साह के साथ करते है आपको कर्म करना
है यह आपका कर्तव्य है आप अपने साथ काम करने वाले कर्मचारी से भी जोश के साथ बात करते
है उसकी तारीफ करते है तब आप अपने काम को 100%दे पाते है । आपमे जितना उत्साह होगा
परिणाम उतने ही अच्छे मिलेंगे । फिर चाहे आप व्यापारी हो, छात्र हो, सेल्समैन हो या
ग्रहणी ही क्यो न हो ?
अपनी तारीफ करने की आदत डाले । दूसरो की भी हमेशा
तारीफ करे प्रत्येक कार्य की गहराई मे जाइये ।
आप एक छोटा सा प्रयोग
कर के देखे -
आप उन दो चीजो के बारे
मे सोचे जिसमे आपकी कोई रुचि नही है संगीत कोई खेल या कुछ भी, आप उसकी बारीकी से जानकारी
करते जाइये आप जितनी गहराई से जानकारी प्राप्त करते जाते है आपकी रुचि बढ़ती जाती है
। किसी छात्र के पास पाँच विषय है वह तीन को पसन्द करता है दो मे उसकी कोई रुचि नही
है । अक्सर एसा सुनने मे आता है यह विषय मुझे पसन्द नही है मगर क्या करे मजबूरी है
पढ़ना पढेगा उस विषय मे वह कभी भी 100% नही दे पायेगा उसने अपने मन मे उस विषय के प्रति
नकारात्मक विचार बना लिया है वह जब भी उस विषय को लेकर बैठेगा उसमे उसकी कोई रुचि नही
होगी । इसके विपरीत वह उस विषय मे गहराई से
जाता है उसमे उत्साह दिखाता है धीरे-धीरे उसे वह अपने आप अच्छा लगने लगेगा।
अगर हम अपने परिवार
मे ही किसी सदस्य की हमेशा कमी निकालते रहे उसे भला बुरा कहते रहे, वह हमारे लिये हमेशा
बुरा ही रहेगा उससे हमारे सम्बन्ध कभी अच्छे
नही हो सकते । सब विचारो का खेल है दूसरो की
तारीफ करने की आदत डाल ले दूसरो के अन्दर कोई कमी भी है तो उसकी तारीफ़ करते हुए उसकी
कमी का उसको एहसास कराये ।
आपने काम बहुत अच्छा किया मुझे बहुत पसन्द है अगर
आप इस कार्य को इस ढंग से करते तो और भी बेहतर
होता ।
तो वह पूरे उत्साह के साथ जैसे आपने बताया वैसे ही
करेगा ।
प्रत्येक कार्य को उत्साह से करे । आप कोई भी कार्य
करे या तो आप उत्साह से करेंगे या उत्साह की कमी से करेंगे ।
अगर आप किसी से हाथ मिलाते है तो जोश के साथ कस कर
मिलाइये इससे पता चलता है आप उस व्यक्ति से मिलकर कितने उत्साहित है चेहरे पर एक प्यारी
सी स्माइल के साथ जब आप किसी से मिलते है तो सामने वाला भी उत्साहित हो जाता है जितने
भी कामयाब इंसान है वह धीरे से हाथ नही मिलाते । इस छोटी सी बात से ही पता चल जाता
है आप मे कितना उत्साह है दिल से मुस्कराईये, आँखो से मुस्कराये । कोई भी जबरदस्ती
की चिपकी हुई बनावटी हंसी पसन्द नही करता ।
लोगो से उत्साह के साथ मिलये लोगो के नाम का सम्बोधन
करके बात आरम्भ कीजिए ।
जैसे रोहित
कैसे हो हम आपकी क्या सेवा कर सकते है ।
मि, रोहित आपसे मुलाकात
काफी समय बाद हो रही है।
अपनी बातो मे अपनी
भावनाओ का रंग भर देते है तो सब आपको पसन्द करने लगते है ।
दिल से बोलिये, दिल
से काम कीजिए आपके हर काम से यह संदेश जाना चाहिए कि आपमे कितना जोश है आप सचमुच काम
करना चाहते है आप निश्चित रुप से सफल होंगे ।
आप महत्वपूर्ण हैं।
अपने को साधारण इन्सान
मत समझये । आप भी महत्वपुर्ण इन्सान है आप अपने परिवार के लिए समाज के लिए देश के लिए आप बहुत महत्वपूर्ण है ।
जिस प्रकार से 108 दानो की माला मे प्रत्येक दाने का महत्व होता है अगर प्रत्येक दाना अपने को महत्वहीन मान ले तो माला
बन ही नही पायेगी उसका कोई महत्व ही नही रहेगा प्रत्येक दाने का अपना योगदान है जब
माला तैयार होती है । आप एक महत्वपूर्ण इन्सान है आपसे ही परिवार बनता है आपसे ही समाज
बनता है आपसे ही देश का निर्माण होता है आपकी आपके परिवार को, समाज को देश को आपकी आवश्यकता है ।
महत्वपूर्ण बनने की लालसा महत्वपूर्ण बनने की भूख ही आपको सफलता की ओर ले
जा सकती है । आप को यह समझना होगा कि आप महत्वपूर्ण है । यह समझने मे कुछ भी खर्चा
नही होता है ।
इसको आप एसे समझ सकते
है –
कोई बच्चा कुएँ मे या किसी गहरे गडढे मे गिर जाता है । या कोई नदी
के तेज बहाव मे बह जाता है । उसका सम्बन्ध
अमीर-गरीब किसी से भी हो, उसको बचाने के लिए पूरा प्रशासन जुट जाता है वह यह नही देखता
यह पैसेवाला है या गरीब है।
चाहे पत्नि हो बच्चे हो आफिस मे बाँस हो चाहे चपरासी
हो चाहे सड़क पर झाड़ू लगानेवाला ही क्यो न हो सब का अपना अपना महत्व है ।
एक मामूली सा सफाई करने वाला जमादार अगर सफाई न करे
तो पूरे शहर मे गन्दगी का ढेर लग जायेगा । सड़को पर निकलना मुश्किल हो जायेगा। वह कितना
महत्वपूर्ण इन्सान है इसी से आप अन्दाजा लगा सकते है आप कितने महत्वपूर्ण है ।
सेवाभाव-
प्रत्येक इन्सान अपने जीवन मे बहुत सारा पैसा
अर्जित करना चाहता है यह उसकी चाहत गलत नही है अपने परिवार के सुख के लिए व समाज मे
जरुरतमंद लोगो की मदद के लिए आपके पास पैसा होना आवश्यक है । आप बेहतर जिन्दगी जीना
चाहते है आप अच्छा मकान चाहते है कार चाहते है प्रत्येक साल अपने परिवार के साथ खूबसूरत
स्थान पर घुमने जाना चाहते है। इन सबके लिए आपके पास आय का अच्छा स्रोत होना आवश्यक
है ।
मगर अधिकांशतः व्यक्ति पैसा अर्जित करने के लिए उल्टा
प्रयोग करते है । जब भी कोई व्यापार करते है तो ध्येय पैसा होता है जबकि सीधा कार्य
सेवाभाव का है सिर्फ सेवा करनी है पैसा अपने आप आयेगा व्यापार मे इमानदारी से कर्म
करते हुए सेवा भाव रखना है।
एक पैट्रोल पम्प पर मै पहली बार अपनी गाड़ी मे तेल
पड़वाने के लिए गया जैसे ही वहा मैने कार रोकी एक सेल्समैन आया बोला- सर हवा चैक कर
दे
मेरे हाँ कहने पर हवा
चैक कर दी और सामने के शीशे पर कपड़ा भी मार दिया । जबसे मै उसी पैट्रोल पम्प पर तेल
पड़वाता हुं । उसके यहा लाइन लगी रहती है जबकि उस एरिया मे और भी पैट्रोल पम्प है जो
खाली पड़े रहते है ।
अगर आपके अन्दर सेवाभाव है आप ग्राहक को अच्छी सर्विस
देते है तो पैसा आपके पास अपने आप आयेगा ।
जिनका ध्येय सिर्फ पैसा होता है या तो वह जल्दी फेल
हो जाते है या चिड़चिड़े और क्रोधी स्वभाव के
होते है। आप सेल्समैन है नौकरी करते है या व्यापार करते है फल की कामना किए बिना सेवाभाव
से कार्य करते रहिए आपको सफल होने से कोई नही रोक सकता । related post--
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