Tuesday, 25 August 2015

धर्म का सब आधार " नॉलेज "

ओशो - -
आवागमन गलत है, ऐसा मैंने नहीं कहा है । आवागमन को मानना गलत है, ऐसा मैंने कहा है । और मानना सब भांति का गलत है । धर्म का संबंध मानने से है ही नहीं । धर्म का संबंध जानने से है । और जो मानता है, वह जानता नहीं है, इसलिए मानना पडता है । और जो जानता है, उसे मानने की कोई जरुरत नहीं है । जानता ही है, तो मानने की कोई जरुरत नहीं है । धर्म का मुल संबंध ज्ञान से है, विश्वास से नहीं । तो जो आवागमन को जानता है, जो ऐसा अनुभव करता है, जिसकी ऐसी प्रतीति है, जिसका खुद का ऐसा अनुभव है कि आवागमन है, इस आदमी की जिंदगी में तो बहुत फायदे होंगे । लेकिन जो ऐसा सिर्फ "मानता" है कि आवागमन है, इसकी जिंदगी में बहुत नुकसान पहुंचेगे । सबसे बडा नुकसान तो यह पहुंचेगा की जिस बात को हम बिना जाने मान लेते हैं, उसे जानने की खोज "बंद" हो जाती है । खोजते हम उसी को हैं जिसे हम मान ही नहीं लेते । इसलिए विज्ञान खोज बन जाता है । और विश्वास खोज के द्वार को बंद कर देता है । मेरे लिए धर्म भी परम विज्ञान है, सुप्रीम "साइंस" है । इसलिए मैं नहीं कहूंगा कि धर्म का कोई भी आधार फेथ पर है । कोई आधार धर्म का फेथ पर नहीं है । धर्म का सब आधार " नॉलेज " पर है ।

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