स्मरणशक्ति कैसे बढ़ाए
जो भी हम देखते सुनते है पढ़ते है, कार्य करते है इन सब का संग्रह करना स्मरण शक्ति का कार्य है और समय पर
प्रकट करना स्मृति का कार्य है । हमारे
मस्तिष्क मे संग्रह तो सब रहता है मगर समय पर प्रकट नही होता उसे स्मरण शक्ति की
दुर्बलता कहा जाता है । जैसे जैसे उम्र बढ़ती जाती है स्मरणशक्ति दुर्बल होती
जाती है ।
स्मरण शक्ति दुर्बल होती क्यो है ?
जो भी हम आहार लेते है वह
पचकर रस बनता है रस से मॉस मज्जा रक्त
हड्डी और वीर्य का निर्माण होता है इन सब मे वीर्य शक्तिरुप होने पर ओज
कहलाता है और ओज से ही शरीर तेजवान बनता
है ओज से ही मस्तिष्क पुष्ट होता है और स्मरणशक्ति को भी ठीक रखता है । चेहरे की
आभा ओज से ही है ओज बनता है वीर्य से, वीर्य का धारण होता है ब्रहमच्रर्य से। और
जिस प्रकार से आज हम काम वासना की और सम्मोहित हो रहे है मस्तिष्क से सम्बन्धित बीमारिया बढ़ती जा रही है स्मरणशक्ति दुर्बल
होती जा रही है कामवासना जैसे जैसे बढ़ेगी वीर्य का नाश होगा और वीर्य का नाश होने
से ओज का क्षय होता है ओज के क्षय से स्मरणशक्ति कम होती चली जाती है ।
दैनिक जीवन मे तनाव भरी जीवन शैली का भी
मस्तिष्क पर प्रभाव पड़ता है । मस्तिष्क के
थक जाने पर स्मरण शक्ति धीरे धीरे कमजोर होने लगती है । शरीर के स्वस्थ रखने के
बारे मे तो थोड़ा बहुत सोचते भी है मगर मस्तिष्क के बारे मे सोचते ही नही ।
उम्र बढ़ने के साथ ही वीर्य बनना कम हो जाता है
वीर्य नही बनता तो ओज नही बनता । इसलिए उम्र बढ़ने के साथ ही स्मरण शक्ति कम होती
चली जाती है ।
स्मरण शक्ति कैसे बढाये ।
1-
प्रतिदिन
प्राणायाम , ध्यान करने से स्मरणशक्ति बढती है । कम से कम 30 मिनट शान्त एकाग्र
होकर अवश्य बैठे ।
2-
सूर्यप्रणाम
प्रतिदिन करे
3-
हमेशा अध्यात्मिक
सकरात्मक साहित्य पढे ।
4-
नकरात्मक लोगो को,
विचारो को अपने से दूर रखे ।
5-
अपने दिन की
शुरुआत हमेशा उत्साह से करे ।
6-
हमेशा सन्तुलित
सात्विक भोजन करे । भोजन से ही रस वीर्य ओज बनता है भोजन कभी क्रोध मे न करे ।
भोजन हमेशा शान्तचित एकाग्रता शुद्ध वातावरण मे करे ।
7-
रात्रि सोने से
पुर्व दिन भर किये अच्छे व सकरात्म कार्यो
को याद करे ।
8-
हमेशा उन बातो का
स्मरण करे जिन्हे याद करके आन्नद की अनुभूति होती हो । कभी उन बातो को स्मरण न रखे
जिन्हे याद करके दुख या क्रोध उतपन्न होता हो ।
9-
हमेशा छोटी छोटी
खुशियो को भी उत्सव की तरह मनाये ।
10- हमेशा दुसरो मे अच्छे गुणो को देखे दुसरे की बुराईयो को
नजरान्दाज करे ।
स्मरण शक्ति बढाने के घरेलू व आयुर्वेदिक उपचार
1 -
असगन्ध नागोरी,
शतावरी, सफेद मुसली सुबह शाम दुध से ले ।
2 -
ब्राहमी रसायन
सुबह शाम दुध से ले ।
3 -
अखरोट की
गिरी भी प्रतिदिन खाने से काफी लाभ होता
है ।
4 -
भूने हूए चने और
किसमिस खाये ।
5 -
गाजर चुकन्दर व
अनार सेब नियमित खाने से काफी लाभ होता है ।
6 -
बदाम सोफ मिश्री
बराबर मात्रा मे लेकर चूर्ण बना ले । नियमित लेने से स्मरण शक्ति तो बढ़ती है साथ
ही आँखों की रोशनी भी तेज होती है ।
7 -
दालचीनी का पाउडर
बना ले उसको शहद के साथ खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है ।
8 -
सात बदाम (छिलका
उतरे हुए ) सात मुनक्का पाँच कालीमिर्च प्रतिदिन खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।
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